श्री लक्ष्मण सिद्ध पीठ मंदिर देहरादून में सूचना पट के घर पर काष्ठ अंकन लोक कला अलंकरण, नक्कासी
गढ़वाल, उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार , बखाली , कोटि बनाल , खोली , मोरी ) में काष्ठ अंकन , लोक कला अलंकरण, नक्कासी – 243
Traditional House Wood Carving Art (Tibari) of Lakshman Siddha Temple , Dehradun , Garhwal , Uttarakhand , Himalaya
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संकलन – भीष्म कुकरेती
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देहरादून बस स्थानक से देहरादून हरिद्वार राष्ट्रीय मार्ग पर श्री लक्ष्मण सिद्ध (शिव बाबा मंदिर ) एक प्राचीन व प्रसिद्ध मंदिर है। लोक कथ्यों में मंदिर त्रेता युग के लक्ष्मण से नाता जोड़ा गया है। मंदिर के सूचना पट में विशेष काष्ठ कला दृष्टिगोचर होने से लक्ष्मण सिद्ध मंदिर को इस श्रृंखला से जोड़ा गया है।
संगमरमर का सूचना पट पत्थर के ऊपर चिपकाया गया है। सूचना पट के बाहर से काष्ठ आकृति से ढका गया है। बाहर दोनों और स्तम्भ हैं। दोनों स्तम्भ इकजनि हैं। सूचना पट के स्तम्भ पत्थर या सीमेंट की चौकी पर आधारित हैं। स्तम्भ का कड़ी का आधार कुम्भी फूला दबल जन है। कुम्भी के ऊपर स्तम्भ लौकी आकार के हैं याने नीचे गोल मोटा और ऊपर मोटाई कम होती जाती है। जहां स्तम्भों की मोटाई सबसे कम ड्यूल है व उस ड्यूल के ऊपर दो और ड्यूल हैं ड्यूलों के ऊपर लकड़ी का तोरणम है। मेहराब /तोरणम तिपत्ति (trefoli ) आकार का है। मेहराब या तोरणम के स्कंध (त्रिभुजाकार ) में कोई लकड़ी की नक्काशी नहीं हुयी हैं। तोरणम के ऊपर आयताकार छप्परिका है। छप्परिका से तोरणम की और कई शंकुनुमा आकृतियां लटकीं हैं। शंकु सूचना पट घर की शान बढ़ाने में सहायक हैं।
श्री लक्ष्मण सिद्ध पीठ मंदिर देहरादून में सूचना पट के घर की सबसे बड़ी विशेषता है कि सूचना पट घर नया होने के उपरान्त भी घर के छप्परिका के ऊपर शीर्ष आकृतियां शैव्य मंदिर आकृतियां नहीं अपितु बुद्ध मंदिर शैली से प्रभावित महासू मंदिर का शीर्ष या बौद्ध मंदिर शैली से प्रभावित नरकंडा देवी मंदिर के शीर्ष जैसे हैं .
निष्कर्ष निकलता है कि श्री लक्ष्मण सिद्ध पीठ मंदिर देहरादून में सूचना पट के घर में काष्ठ कला में स्तम्भ , तोरणम /मेहराब , छप्परिका से लटकते शंकु तो गढ़वाल के तिबारियों की कला से मेल खाते हैं किन्तु सूचना पट घर की छप्परिका के ऊपर की आकृतियां जौनसार के महासू मंदिर व नरकंडा देवी मंदिर के शीर्ष जैसे हैं।
सूचना व फोटो आभार : बी के डबराल
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देहरादून , गढ़वाल में तिबारी , निमदारी , जंगलेदार, बाखली , कोटि बनाल मकानों में काष्ठ कला , अलंकरण , नक्कासी श्रृंखला जारी रहगी
Traditional House Wood Carving of Dehradun Garhwal , Uttarakhand , Himalaya will be continued -
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