क्या खाण , क्या नि खाण अर कथगा खाण चरक संहितौ सर्व प्रथम गढ़वळि अनुवाद (महर्षि अग्निवेश व दृढ़बल प्रणीत ) खंड – १ सूत्रस्थानम , पंचौं अध्याय , ६ बिटेन १२ तक अनुवाद भाग - ४० अनुवादक – भीष्म कुकरेती ( अनुवादम ईरानी , इराकी अरबी शब्दों वर्जणो पुठ्याजोर ) – !!! म्यार गुरु …
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